वज़ू के फ़राइज़ और वज़ू सुन्नते - Wazu Ke Faraiz Or Wazu Ke Sunnate
वज़ू/Wazu यहाँ इस्लाम का बहुत बड़ा हिस्स्सा है वज़ू से मोमिन पाक साफ़ हो जाता है वज़ू/Wazu इमां को और मोमिन की रूह को पाक साफ़ करदेता है दिल को दूध की तरह सफेद और हेरे की तरह चमकीला करदेता है (वुज़ू की दुआ)
अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त से मुलाकात का जरिया है वज़ू वज़ू/Wazu करके ही हम नमाज़ कायम कर सकते है अल्लाह की मुक़द्दस किताब को हाथ लगा सकते है (वुज़ू की नियत)
इस तरह वज़ू/Wazu इस्लाम का बहुत बड़ा हिस्सा है इसके बग़ैर नमाज़ क़ुरान और दिल रूह और जिसम की पाकीजगी अधूरी है (वुज़ू की दुआ)
इस लिए वज़ू/Wazu का तरीका और वज़ू की फ़राइज़ और वज़ू की सुन्नते सीखना बहुत जरुरी है निचे दिए गए है आप हज़रात पढ़ ले (वुज़ू की नियत)
- वुजु के फ़राइज़ / Wazu Ke Faraiz वुजू में ४ फर्ज़ हैं
( १ ) मुँह धोना पेशानी के बालों से ठुड्डी के नीचे तक और एक कान की लौ से दुसरे कान की लौ तक वज़ू का फ़र्ज़ हैं .
( २ दोनों हाथों को कुहनियों समेत् धोना वज़ू का फ़र्ज़ हैं .
( ३ ) चौथाई सर का मसह करना वज़ू का फ़र्ज़ हैं .
( ४ ) दोनों पांव टॅखोंसमेत धोना वज़ू का फ़र्ज़ हैं ।
Wazu Ke Faraiz Or Wazu Ke Sunnate
- वुजु की सन्नतें / Wazu Ke Sunnate
( १ ) नीयत करना वज़ू की सुन्नते हैं .
( २ ) बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़ना वज़ू की सुन्नते हैं .
( ३ ) पहले दोनों हाथ गट्टों तक धोना वज़ू की सुन्नते हैं .
( ४ ) मिस्वाक करना वज़ू की सुन्नते हैं .
( ५ ) तीन बार कुल्ली करना इस तरह कि पानी तमाम मुँह के अन्दर हलक की जड़ तक पहुँच जाए वज़ू की सुन्नते हैं .
( ६ ) तीन मरतबा नाक की तमाम नर्म जगहों में पानी पहुंचाना वज़ू की सुन्नते हैं .
( ७ ) मुँह धोते वक्त दाढ़ी का खिलाल करना वज़ू की सुन्नते हैं .
( ८ ) हाथ पाँव की उगलियों का खिलाल करना वज़ू की सुन्नते हैं .
( ९ ) हर अवको तीन तीन बार धोना वज़ू की सुन्नते हैं .
( १० ) एक बार पूरे सर का मसह करना वज़ू की सुन्नते हैं .
( ११ ) दोनों कानों का मसह करना वज़ू की सुन्नते हैं .
( १२ ) तरतीब से वजू करना वज़ू की सुन्नते हैं .
( १३ ) अज़ा को प्य दर्पयु ( लगातार ) धोना वज़ू की सुन्नते हैं .
( १४ ) दाढ़ी के जो बाल मुँह के दायरे से नीचे हैं उनकामसह करना वज़ू की सुन्नते हैं .
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